यूपी के शामली में एसटीएफ के हाथों मारे गए चारों बदमाश हत्या, लूट और डकैती जैसे अपराधों के चलते कुख्यात थे। चारों वेस्ट यूपी के मुस्तफा कग्गा गैंग के सदस्य थे।इनमें एक लाख का इनामी बदमाश अरशद भी शामिल है। अरशद सहारनपुर के गंगोह थाना क्षेत्र का रहने वाला था। उसके खिलाफ हत्या, लूट, डकैती जैसे एक दर्जन के केस दर्ज थे। एनकाउंटर में मारे गए मंजीत और सतीश भी खूंखार बदमाश थे। मंजीत और सतीश हरियाणा के रहने वाले थे। मंजीत, सोनीपत के थाना खरखोदा रोहट का रहने वाला था। जबकि सतीश करनाल के मधुबन थाना क्षेत्र का रहने वाला था। उनके साथ मारे गए एक अन्य बदमाश की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है। इस एनकाउंटर में यूपी एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार को भी गोली लगी है।
शामली एनकाउंटर को यूपी एसटीएफ की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। सोमवार की देर रात शामली के झिंझीना थाना क्षेत्र में यह एनकाउंटर हुआ है। मेरठ एसटीएफ को मुस्तफा कग्गा गैंग अरशद, मंजीत, सतीश और उनके एक अन्य साथी के शामली आने की भनक लगी थी। गुप्त सूचनाओं के आधार पर एसटीएफ ने बदमाशों की घेराबंदी की। बताया जा रहा है कि शामली में चारों बदमाशों को घेरने के बाद एसटीएफ ने उनसे सरेंडर करने को कहा तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। एसटीएफ ने भी इसका जवाब फायरिंग से दिया जिसमें चारों बदमाशों को गोली लगी। चारों मारे गए। जबकि बदमाशों की गोली से एसटीएफ के एक इंस्पेक्टर घायल हो गए।
इंपोर्टेड हथियार मिले
एनकाउंटर के बाद यूपी एसटीएफ ने बदमाशों के पास से इंपोर्टेड हथियार बरामद किए हैं। देसी कार्बाइन समेत काफी मात्रा में हथियार बरामद किये गए हैं। अब एसटीएफ और पुलिस चारों बदमाशों के बारे में और जानकारी जुटा रही है। मारा गया कुख्यात बदमाश लूट के मामले में फरार चल रहा था।
गोली से घायल इंस्पेक्टर की हालत गंभीर
एनकाउंटर में बदमाशों की गोलियों से घायल एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार की हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें पहले करनाल के अमृतधारा अस्पताल में ले जाया गया था। वहां डाक्टरों ने उनकी हालत को देखते हुए गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल के लिए रेफर कर दी
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